| गोलू (गोल्ज्यू) देवता मंदिर चम्पावत | उत्तराखंड।
गोलू (गोल्ज्यू) देवता मंदिर चंपावत , उत्तराखंड के चम्पावत जिले के अंदर मंच तामली मोटर मार्ग, कनलगाओं गांव में स्थित है।
चम्पावत के गोलू मंदिर , गोल्ज्यू देवता का जन्म स्थान भी है।
भक्त लोग यहाँ बहुत दूर - दूर से आते है। और वैसे भी चम्पावत गोलू देवता का जन्म स्थान है।
गोल्ज्यू देवता के दो मुख्य मंदिर है ।
(1) | चितई गोलू देवता मंदिर का इतिहास ,अल्मोड़ा उत्तराखंड |
(2) गोलू देवता मंदिर घोड़ाखाल । golu devta mandir ghorakhal
चम्पावत के गोलू देवता मंदिर में भी लोग घंटिया चढ़ाते है, अपनी मन्नत पूरी होने के बाद यहां भी लोग अपनी कोई भी इच्छा या मन्नत मांगने के लिए आर्जिया लिख कर लटका देते है।
आज भी भक्तजन कागज़ मैं अर्जी लिख कर गोलू मंदिर मैं पुजारी जी को देते हैं. पुजारी लिखित पिटीशन पढ़कर गोल्ज्यू को सुनाते हैं. फिर यह अर्जी मंदिर मैं टांग दी जाती है. कई लोग सरकारी स्टांप पेपर मैं अपनी अर्जी लिखते हैं. गोलू देवता न्याय के देवता हैं. वह न्याय करते हैं. कई गलती करने वालों को वह चेटक भी लागाते हैं. जागर मैं गोलू देवता किसी के आन्ग (शरीर) मैं भी आते हैं. मन्नत पूरी होने पर लोग मंदिर मैं घंटियाँ बाधते हैं. तथा बकरे का बलिदान भी देते हैं. मंदिर मैं हर जाति के लोग शादियाँ भी सम्पन्न कराते हैं।
गोलू देवता की सच्ची कहानी
डांडा नागराजा मंदिर , उत्तराखंड।
गोलू देवता मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है। इस मंदिर की स्थापना के विषय में विद्वानों में कई मतभेद हैं। गोलू देवता उत्तराखंड
राज्य के कुमायूँ के एक इतिहास देवता है। कुमायूँ में अनेक स्थानों पर
गोलू देवता के मन्दिर है, जहां लोग अपनी अर्जी लगा कर न्याय मांगते है।
जय गोल्ज्यू देवता ।
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