श्री ग्वेल देवता की आरती
श्री ग्वेल देवता की आरती
ओम जय श्री गोलू देवा, स्वामी जय श्री गोलू देवा, शरणागत हम स्वामी, स्वीकारो सेवा ।।
ओम जय श्री गोलू देवा, स्वामी जय श्री गोलू देवा ।।
वंश कत्यूरी तुमरो, धूमाकोट वासी,
जय जय हे करुणाकर ! जय जय सुखराशी ।।
ओम जय श्री गोलू देवा, स्वामी जय श्री गोलू देवा ।।
हलराई के पोते, पिता झालरायी,
तपस्विनी कालिंका माता कहलायी ।।
ओम जय श्री गोलू देवा, स्वामी जय श्री गोलू देवा ।।
नाम अनेक तुम्हारे ग्वेल गोलू गोरिल,
गोरे भैरव, दूधाधारी, बाल गोरिया, न्यायिल ।।
ओम जय श्री गोलू देवा, स्वामी जय श्री गोलू देवा ।।
श्वेत अश्व आरूढ़ी, जयति धनुर्धारी ।
भेंट चढ़े ध्वज घंटी, मिष्ठान्न अरु मेवा ।।
ओम जय श्री गोलू देवा, स्वामी जय श्री गोलू देवा ।।
द्वार खड़े हम तुमरे , स्वीकारो सेवा ,
शरणागत आरत की पीर हरो देवा ।।
ओम जय श्री गोलू देवा, स्वामी जय श्री गोलू देवा ।।
ओम जय श्रीगोलू देवा , स्वामी जय श्री गोलू देवा
शरणागत हम स्वामी , स्वीकारो सेवा ।।
ओम जय श्री गोलू देवा, स्वामी जय श्री गोलू देवा ।।
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