सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

उत्तराखंड के Best Tourist Place में से एक है धनोल्टी | Best Tourist Place Dhanolti Uttarakhand

उत्तराखंड के Best Tourist Place में से एक है धनोल्टी | Best Tourist Place Dhanolti Uttarakhand


नमस्कार दोस्तों, आज हम आपको अपनी इस पोस्ट में उत्तराखंड के Best Tourist Place धनोल्टी के बारे में बताएंगे।

गर्मियों में अगर आप किसी ठंडे वाले हिल स्टेशन में घूमना चाहते है तो उत्तराखंड में बहुत से हिल स्टेशन है। जैसे नैनीताल, मुक्तेश्वर, मंसूरी, मुनस्यारी और कौसानी बहुत से हैं, परन्तु इनमे से उत्तराखंड में एक हिल स्टेशन है, धनौल्टी जो कि बहुत ही सुंदर और प्रमुख पर्यटक स्थल हैं।

धनौल्टी समुद्र तल से 2286 मीटर की ऊंचाई पर उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल के टिहरी गढ़वाल जिले में स्थित हैं। अपने शांत और सुरम्य वातावरण के लिए जानी जाने वाली यह जगह, चंबा से मसूरी के रास्ते में पड़ती है। यह जगह पर्यटकों के बीच इसलिए भी मशहूर है क्योंकि यह मसूरी से काफी पास है, बल्कि सिर्फ 24 किलोमीटर दूर है। यहाँ से पर्यटक दून वैली के सुन्दर नज़ारे का मज़ा उठा सकते हैं। धनौल्टी आने वाले पर्यटकों को यह सलाह दी जाती है कि वह यहाँ गर्मी और ठण्ड के मौसम में आयें। इस दौरान यहाँ का मौसम काफी मनोरम रहता है।

धनौल्टी के पास घूमने की जगह -

धनौल्टी का प्रमुख पर्यटन स्थल है इको पार्क जो देवदार के पेड़ों से घिरा है। यहाँ पर मसूरी वन विभाग द्वारा बनाये गए इको हट्स भी हैं जहाँ पर्यटक रुक सकते हैं। इसके अलावा यह जगह पर्यटकों के बीच अपने आलू के खेत के लिए भी मशहूर है। यहाँ आस पास के कुछ पर्यटन स्थल भी हैं- दशावतार मंदिर, न्यू टेहरी टाउनशिप, बरेहिपानी और जोरांदा फाल्स, देओगढ़ फोर्ट और माताटीला डैम। पर्यटक यहाँ पर कई एडवेंचर स्पोर्ट जैसे रॉक क्लाइम्बिंग, रिवर क्रासिंग, हाईकिंग और कैंप थांगधर में ट्रैकिंग का आनंद भी उठा सकते हैं। यह कैंप पर्यटकों को रुकने के साथ साथ मूल सुविधाएं भी देता है।

धनौल्टी काफ़ी शान्तिपूर्ण स्थल के रूप में भी जानी जाती है, जिस कारण यहाँ पर्यटकों की भीड़ अधिक रहती है। लंबी जंगली ढलानें, ठंडी व शांत हवाएँ, स्थानीय लोगों द्वारा की जाने वाली मेहमान नवाजी, मनमोहक मौसम, बर्फ से ढंके पहाड़ यहाँ की ख़ास विशेषताओं में शामिल हैं, जो इस जगह को सुकूनभरी छुट्टियाँ बिताने के लिए एक आदर्श जगह का दर्ज़ा देते हैं। सर्दियों में यहां स्नो फॉल का मजा लेना चाहते हैं तो यहाँ जरूर जाएं। यहां देखने लायक जगह हैं। जैसे एप्पल गार्डन viewpoint घुड़सवारी का आप यहां आनंद ले सकते हैं। और यहां सालभर मौसम ठंडा रहता है। दिसंबर के बाद यहां बर्फबारी होना शुरू हो जाती है। धनोल्टी मै camping की अच्छी सुविधा है। यहां एडवेंचर से भरपूर हैं।

उम्मीद करते है, आपको पोस्ट पसन्द आयी होगी।

उत्तराखंड के इतिहास, सांस्कृतिक, साहित्यिक, उत्तराखंड के सौंदर्य, प्राचीन धार्मिक परम्पराओं, धार्मिक स्थलों, खान-पान, दैवीक स्थलों, धार्मिक मान्यताएँ, संस्कृति, प्रकार्तिक धरोहर और लोक कला के साथ-साथ काव्य और कहानी संग्रह के बारे मेंं विस्तार पूर्वक में जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे

YOUTUBE CHANNEL को जरूर SUBSCRIBE करें।

Youtube Channel Link-


हमारे टेलीग्राम चैनल उत्तराखंडी भारत से जुड़ने के लिए यहाँ पर क्लिक करें - टेलीग्राम उत्तराखंडी भारत

हमारे फेसबुक पेज जय उत्तराखंडी से जुड़ने के लिए यहाँ पर क्लिक करें - फेसबुक पेज जय उत्तराखंडी


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

उत्तराखंड के लोक देवता नरसिंह देवता

उत्तराखंड के लोक देवता नरसिंह देवता नमस्कार दगड़ियों आज हम आपको अपनी इस पोस्ट में उत्तराखंड गढ़वाल के शक्तिशाली लोक देवता नरसिंह देवता के बारे में बताएंगे। नरसिंह देवता मंदिर   हिंदू ग्रन्थों के अनुसार नरसिंह देवता भगवान विष्णु जी के चौथे अवतार थे। जिनका मुँह सिंह का और धड़ मनुष्य का था जो हिंदू ग्रन्थों में इसी रूप में पूजे जाते हैं। परन्तु उत्तराखंड में नरसिंह देवता को भगवान विष्णु के चौथे अवतार को नही पूजा जाता, बल्कि एक सिद्ध योगी नरसिंह देवता को पूजा जाता है। नरसिंह देवता इनकी जागर के रूप में पूजा की जाती हैं। नरसिंह, नारसिंह या फिर नृसिंह देवता का उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल में चमोली जिलें के जोशीमठ में मंदिर स्थित हैं। जो भगवान विष्णु के चौथे अवतार को समर्पित हैं। परंतु इनका सम्बंध उत्तराखंड में जागर के रूप में पूजे जाने वाले नरसिंह देवता से नहीं है। क्योंकि जोशीमठ नृसिंह भगवान मंदिर में भगवान विष्णु अपने चौथे अवतार में पूजे जाते है, जो कि मुँह से सिंह और धड़ से मनुष्य रूप में हैं। परंतु उत्तराखंड के लोक देवता नरसिंह देवता जिन रूप में जागर के माध्यम से पूजे जाते है, वो ...

श्री गोल्ज्यू चालीसा

श्री गोल्ज्यू चालीसा दोहा- बुद्धिहीन हूँ नाथ मैं, करो बुद्धि का दान। सत्य न्याय के धाम तुम, हे गोलू भगवान।। जय काली के वीर सुत, हे गोलू भगवान। सुमिरन करने मात्र से, कटते कष्ट महान।। जप कर तेरे नाम को, खुले सुखों के द्वार। जय जय न्याय गौरिया नमन करे स्वीकार।। चौपाई- जय जय ग्वेल महाबलवाना। हम पर कृपा करो भगवाना।। न्याय सत्य के तुम अवतारा। दुखियों का दुख हरते सारा।। द्वार पे आके जो भी पुकारे। मिट जाते पल में दुख सारे।। तुम जैसा नहीं कोई दूजा। पुनित होके भी बिन सेवा पूजा।। शरण में आये नाथ तिहारी। रक्षा करना हे अवतारी।। माँ की सौत थी अत्याचारी। तुमको कष्ट दिये अतिभारी।। झाड़ी में तुमको गिरवाया। विविध भांतिथा तुम्हे सताया।। नदी मध्य जल में डुबवाया। फिर भी मार तुम्हें नहीं पाया।। सरल  हृदय  था धेवरहे का। हरिपद रति बहुनिगुनविवेका।। भाना नाम सकल जग जाना। जल में देख बाल भगवाना।। मन प्रसन्न तन कुलकित भारी। बोला जय हे नाथ तुम्हारी।। कर गयी बालक गोद उठायो। हृदय लगा किहीं अति सुख पायो।। मन प्रसन्न मुख वचन न आवा। मन हूँ महानिधि धेवर पावा।। उरततेहि शिशु द्रिह ले आयो। नाम गौरिया तब रखवा...

!! गोल्ज्यू (गोलू) देवता की आरती !!

!! ॐ श्री 1008 गोल्ज्यू (गोलू) जी की आरती !! ॐ जय-जय गोल्ज्यू महाराज, स्वामी जय गोल्ज्यू महाराज  । कृपा करो हम दीन रंक पर, दुख हरियो प्रभु आज ।।ॐ।। राज झलराव के तुम बालक होकर, जग में बड़े बलवान । सब देवों में तुम्हारा, प्रथम मान है आज ।। ॐ जय ।। भान धेवर में धर्म पुत्र बनकर, काठ के घोड़े में चढ़ कर । दिखाये कई चम्तकार किया सभी का उद्धार ।। ॐ जय।। जो भी भक्तगण भक्त भाव से, गोल्ज्यू दरबार में आये । शीश प्रभु के चरणों मे झुकाये, उसकी सब बधाये । और विघ्न गोल्ज्यू हर लेते । ।। ॐ जय ।। न्याय देवता है प्रभु करते है इंसाफ । क्षमा शांति दो हे गोल्ज्यू प्रमाण लो महाराज ।।ॐ जय ।। जो कोई आरती तेरी प्रेम सहित गावे, प्रभु भक्ति सहित गावे । सब दुख उसके मिट जाते, पाप उतर जाते ।। ॐ जय ।। । बोलो न्याय देवता श्री 1008 गोल्ज्यू देवता की जय ।