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उधम सिंह नगर में घूमने की जगह | Udham Singh Nagar Me Ghumne Ki Jagah | Udham Singh Nagar Tourist Places In Hindi | Udham Singh Nagar Tourist Places | Uttarakhand

उधम सिंह नगर में घूमने की जगह | Udham Singh Nagar Me Ghumne Ki Jagah | Udham Singh Nagar Tourist Places In Hindi | Udham Singh Nagar Tourist Places | Uttarakhand


नमस्कार दोस्तों, आज हम आपको अपनी इस पोस्ट में उधम सिंह नगर में घूमने की जगह | Udham Singh Nagar Me Ghumne Ki Jagah के बारे में बताएंगे।



उधम सिंह नगर में घूमने की जगह -

1. गुरुद्वारा नानकमत्ता साहिब | Gurudwara Nanakmatta Sahib -

श्री नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारा सिखों का एक पवित्र तीर्थ स्थल मंदिर है, नानकमत्ता साहिब उत्तराखंड के जिलें उधमसिंह नगर के खटीमा क्षेत्र में देवहा जल धरा के किनारे स्थित हैं। यह स्थान सिखों के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक है। नानकमत्ता गुरुद्वारे का निर्माण सरयू नदी पर किया गया है और नानक सागर डेम पास में ही स्थित है, जिसे नानक सागर के नाम से जाना जाता है। 

2. पैराडाइज झील | The Lake Paradise -

यह झील एक कृत्रिम झील है यह कल्याणी नदी के पास रुद्रपुर के केंद्र में एक हरा-भरा विकास है और साल भर कई पर्यटकों का आगमन यहाँ है। पिकनिक, मौज-मस्ती और मौज-मस्ती के लिए यह जगह बहुत अच्छी है। पेडल बोटिंग, मोटर बोटिंग, किड्स टॉय ट्रेन का आनंद लेने के लिए यहां आएं। पार्क के अंदर भोजन की सुविधा भी उपलब्ध है।

3. द्रोण सागर | Drona Sagar -

द्रोण सागर प्रसिद्ध जगह हैं और पांडवों की कहानी से जुड़ी हैं। इसके आस-पास आज काशीपुर एक महत्वपूर्ण औद्योगिक शहर है।

4. मोटेश्वर महादेव मंदिर | Moteshwar Mahadev -

मोटेश्वर महादेव मंदिर भगवान भीम शंकर महादेव के रूप में भी जाना जाता है जो उत्तराखंड राज्य में   उधम सिंह नगर जिले के काशीपुर गाँव में भगवान शिव का मंदिर है। शिवलिंग की मोटाई अधिक होने के कारण ही इसे मोटेश्वर के नाम से जाना जाता है| प्राचीन काल में, इस जगह को डाकिनी राज्य के रूप में जाना जाता था। यहाँ, भगवान शिव एक ज्योतिर्लिंग के रूप में देखा जा सकता है जिसे भीम शंकर के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर में भगवान शिव पीठासीन देवता हैं लेकिन इस प्राचीन मंदिर में कुछ अन्य देवताओं की भी पूजा की जाती है। इसमें भगवान गणेश, कार्तिकेय स्वामी, देवी पार्वती, देवी काली, भगवान हनुमान और भगवान भैरव शामिल हैं। मोटेश्वर महादेव मंदिर का धार्मिक महत्व है और यह मंदिर शिव भक्तों के बीच बहुत लोकप्रिय है।

5. अटरिया मंदिर, पांच मंदिर रुद्रपुर | Atariya Temple -

अटरिया मंदिर रुद्रपुर में है, यहाँ पर एक बड़ा मेला लगता है जिसमे देवी जी के डोला इस मंदिर तक लाया जाता है तथा यह अटरिया मेला के नाम से जाना जाता है, पांच मंदिर रुद्रपुर के मध्य स्थित हैं।

6. नानक सागर डैम | Nanak Sagar Dam -

सरयू नदी पर नानकमता में एक डैम बनाया गया है तथा वहां नानक सागर बनता है जो कि नानकमता की सुंदरता को बढ़ाता है। बौर, हरिपुरा, नानकमता, धौरा, तुमारिआ, बैगुल के बांध इस जिले में मौजूद हैं, जिसने इस भूमि को बेहद उपजाऊ बना दिया है। केवल खटीमा में शारदा नदी पर लोहिया हेड बिजली उत्पन्न करता है।

7. गिरीताल | Girital - 

गिरीताल उधम सिंह नगर जिले में स्थित एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। काशीपुर शहर से रामनगर की ओर तीन किलोमीटर चलने के बाद दाहिनी ओर एक ताल है, जिसके निकट चामुण्डा का भव्य मन्दिर है। इस ताल को गिरीताल के नाम से जाना जाता है। धार्मिक दृष्टि से इस ताल की विशेष महत्ता है, प्रत्येक पर्व पर यहाँ दूर-दूर से यात्री आते हैं। इस ताल से लगा हुआ शिव मन्दिर तथा संतोषी माता का मन्दिर है जिसकी बहुत मान्यता है। काशीपुर में नागनाथ मन्दिर, मनसा देवी का मन्दिर भी धार्मिक दृष्टि से आए हुए यात्री का दिल मोह लेते हैं।

8. गुरुद्वारा दूध वाला | Gurudwara Dudh Wala -

गुरुद्वारा दूध वाला खुद गुरुद्वारा दूध वाला ख़ुह साहिब गुरुद्वारा नानक माता साहिब के पास नानक माता, जिला उधम सिंह नगर के शहर में स्थित है।  गुरुद्वारा दूध वाला ख़ुह साहिब पहले गुरु, गुरु नानक देव जी से जुड़ा हुआ है, जो अपनी तीसरी उदासी के दौरान या 1514 ईस्वी में यात्रा के दौरान यहां आए थे। इस स्थान पर रहने वाले योगियों के पास बड़ी संख्या में गायें थीं।  भाई मर्दाना ने दूध की इच्छा व्यक्त की।  गुरु जी ने उन्हें योगियों से कुछ दूध माँगने को कहा।

9. बाल सुंदरी देवी चैती मंदिर | Baal Sundari Devi Chaiti Temple -

उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले में मां बाल सुंदरी देवी मंदिर (चैती मंदिर)। के रूप में भी जाना जाता है। ज्वाला देवी मंदिर और उज्जैनी देवी यह काशीपुर के सबसे लोकप्रिय मंदिरों में से एक है। बहुत से भक्त यहाँ आध्यात्मिक आनंद में तल्लीन होने और पवित्र तीर्थस्थल पर जाने के लिए आते हैं। द्रोण सागर के पास काशीपुर शहर के पुराने उज्जैन किले के बाद मंदिर का नाम उज्जैनी देवी रखा गया है। मार्च के महीने में हर साल, मंदिर के परिसर में  चैती मेला ’या मेला आयोजित किया जाता है। दूर-दूर से श्रद्धालु मेला देखने आते हैं। बाल सुंदरी देवी मंदिर उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले में काशीपुर में स्थित है। माँ बालासुन्दरी का स्थाई मंदिर काशीपुर नगर में अग्निहोत्री ब्राह्मणों के यहाँ बना हुआ है ।  चंदराजाओं से यह भूमि उन्हे दान में प्राप्त हुई थी । लेकिन कालांतर में इस भूमि पर बालासुन्दरी देवी का मन्दिर का शिलान्यास किया गया। माँ बालासुन्दरी देवी की प्रतिमा स्वर्णनिर्मित है।

10. गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय | Govind Ballabh Pant University of Agriculture & Technology -

गोविन्द बल्लभ पन्त कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (पंतनगर विश्वविद्यालय ) भारत का पहला कृषि विश्वविद्यालय है। इसका उद्घाटन जवाहरलाल नेहरू द्वारा 17 नवंबर, 1960 को उत्तर प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय के नाम से किया गया था। वर्ष 1972 में इसका नाम महान स्वतन्त्रता सेनानी गोविन्द बल्लभ पंत के नाम पर गोविन्द बल्लभ पन्त कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कर दिया गया। यह विश्वविद्यालय पंतनगर नामक परिसर-कस्बे में पड़ता है जो उत्तराखण्ड के उधमसिंहनगर जिले में है। यह विश्वविद्यालय भारत में हरित क्रांति का अग्रदूत माना जाता है।  यह विश्वविद्यालय पंतनगर नामक परिसर-कस्बे में पड़ता है जो उत्तराखण्ड के उधमसिंहनगर जिले में है। यह विश्वविद्यालय भारत में हरित क्रांति का अग्रदूत माना जाता है। पंतनगर भारत के उत्तराखण्ड राज्य के उधम सिंह नगर जनपद में स्थित एक नगर है। गोविन्द बल्लभ पन्त कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय तथा पंतनगर विमानक्षेत्र यहां ही स्थित हैं। उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री, गोविन्द बल्लभ पन्त के नाम पर ही इस नगर का नाम पंतनगर रखा गया है।


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