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घंटियों वाला मंदिर जंहा मात्र एक चिट्ठी लिखने से मिल जाता है न्याय।

घंटियों वाला मंदिर जंहा मात्र एक चिट्ठी लिखने से मिल जाता है न्याय।

नमस्कार दोस्तो आज हम बात कर रहे है, भारत में स्थित उत्तराखंड के एक ऐसे मन्दिर की जिसे घंटी वाला मंदिर कहते है। जंहा बहुत ज्यादा मात्रा में घंटिया-घंटिया ही है।
इस मंदिर का नाम घोड़ाखाल मंदिर है जो कि कुमाऊं के ईस्ट देवता गोल्ज्यू देवता है। जिन्हें न्याय का देवता भी कहते है।


श्री गोल्ज्यू (गोलू) देव को में नतमस्तक होकर प्रणाम करता हूँ, श्री गोल्ज्यू महाराज से सभी भक्तजन परिचित है।
नैनीताल से मात्र 16 कि० मी० तथा निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम से  40 कि० मी० की दूरी पर स्थित घोड़ाखाल घंटियों वाला प्रसिद्ध मंदिर है। 

यहां पर नवरात्रियों में हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु जन पूजा अर्चना करने आते है और अपनी मुरादे व आशीर्वाद लेते है।
यहां पर वर्ष भर देश विदेश से दर्शनार्थी दर्शन के लिए आते है।
गोल्ज्यू जी के जीवन में संख्या सात का प्रमुख स्थान रहा है, इसीलिए जो पवित्र मन और सच्ची भक्ति से गोल्ज्यू देवता से प्राथर्ना करता है उसकी मनौती (मनोकामना) सात दिन, सात सप्ताह, सात महीनों में पूर्ण होती है।

कुमाऊँ में श्री गोल्ज्यू देवता जी के अनेक प्रसिद्ध मंदिर है, जंहा भक्तजन लाखों की संख्या में गोल्ज्यू की के दर्शन को आते है।


जय गोल्ज्यू देवता। 

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