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उत्तराखंड के राज्य चिह्न

उत्तराखंड के राज्य चिह्न

उत्तराखंड राज्य के प्रतीक चिह्न में एक गोलाकार मुद्रा में तीन पर्वतों की एक श्रृंखला के ऊपर सम्राट अशोक की लाट को उकेरा गया है तथा उसके नीचे गंगा नदी की लहरों को दिखाया गया है। यह चिह्न राज्य के सभी कार्यालयों में प्रयुक्त किया जा रहा है।



उत्तराखंड का राज्यपशु- कस्तूरी मृग

कस्तूरी मृग ( मास्कस ल्यूगकोगास्टर ) को उत्तराखंड का राष्ट्रीय पशु घोषित किया गया है। 



उत्तराखण्ड में यह केदारनाथ, फूलों की घाटी, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़ जनपद के लगभग 15,000 फिट की ऊंचाई वाले जगलों में पाया जाता है।

उत्तराखंड का राज्यपक्षी- मोनाल

मोनाल ( लोफोफोरस इम्पीजेनस ) को उत्तराखंड का राज्यपक्षी घोषित किया गया हैं। 



हिमाचल प्रदेश शासक ने भी इसी पक्षी को राज्यकीय पक्षी माना हैं। मोनाल पक्षी का वैज्ञानिक नाम 'फिवेण्ट' हैं।

उत्तराखंड का राज्यवृक्ष- बुराँस

उत्तराखण्ड का राज्य वृक्ष ' बुराँस ' ( रोडोडेण्ड्रॉन आरबोरियम ) है। यह मध्यम ऊँचाई का सदापर्णी वृक्ष है। 



यह लगभग 1,500 से 3,500 मीटर ऊँची पहाड़ियों पर पाया जाता है। मार्च, अप्रैल में इस वृक्ष पर फूल खिलते हैं, तो पूरे जंगल फूलों से खिल उठते हैं।

उत्तराखंड का राज्यपुष्प- ब्रह्मकमल


हिमालय में लगातार बढ़ रहे जनसंख्या के दबाव और संरक्षण के अभाव के चलते उत्तराखण्ड का राजकीय पुष्प ' ब्रह्मकमल ' ( सोसूरिया अबवेलेटा ) विलुप्ति के कगार पर पहुँच गया हैं।




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