बागेश्वर में घूमने की जगह | Bageshwar Me Ghumne Ki Jagah | Bageshwar Tourist Places In Hindi | Bageshwar Tourist Places | Uttarakhand
नमस्कार दोस्तों आज हम आपको अपनी इस पोस्ट में बागेश्वर में घूमने की जगह | Bageshwar Me Ghumne Ki Jagah के बारे में बताएंगे।
उत्तराखंड बागेश्वर का जिला पवित्र सरयू व गोमती नदियों के संगम पर स्थित है जिसका सम्बन्ध भगवान शिव से है जो सभी पापों के उद्धारकर्ता हैं। पुराणों के अनुसार यह निस्संदेह एक स्थान है जहाँ मनुष्य जन्म और मृत्यु की अनन्त बंधन से मुक्त हो सकता है। यह पूर्व और पश्चिम में भीलेश्वर और निलेश्वर पहाड़ों से और उत्तर में सूरज कुंड और दक्षिण में अग्नि कुंड से घिरा हुआ है, भगवान शंकर की यह भूमि का महान धार्मिक, ऐतिहासिक और राजनीतिक महत्व है।
1. बागनाथ मंदिर | Bagnath Temple -
बागनाथ मंदिर उत्तराखंड राज्य के बागेश्वर जिले में स्थित है। बागनाथ मंदिर बागेश्वर जिले का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है, इसी कारण बागेश्वर जिले का नाम इसी मंदिर के नाम पडा है। बागनाथ मंदिर के पास ही सरयू और गोमती नदी का संगम होता है। शैल राज हिमालय की गोद में गोमती सरयू नदी के संगम पर स्थित मार्केंडेय ऋषि की तपोभूमि के नाम से जाना जाता है। भगवान शिव के बाघ रूप में इस स्थान में निवास करने से इसे “व्याघ्रेश्वर” नाम से जाना गया, जो बाद में बागेश्वर हो गया। बहुत पहले भगवान शिव के व्याघ्रेश्वर रूप का प्रतीक “देवालय” इस जगह पर स्थापित था, जहां बाद में एक भव्य मंदिर बना। जो कि “बागनाथ मंदिर” के नाम से जाना जाता है।
2. बैजनाथ धाम | Baijnath Dham -
बैजनाथ मन्दिर उत्तराखंड राज्य के बागेश्वर जिले के गरुड़ तहसील में स्थित है। यह मंदिर गरुड़ से 2 किमी की दूरी पर गोमती नदी के किनारे पर स्थित है। बैजनाथ मन्दिर लगभग 1000 साल पुराना है, इस मंदिर के बारे में कहते है कि यह मन्दिर सिर्फ एक रात में बनाया गया था। बैजनाथ उत्तराखंड का काफी महत्वपूर्ण एवम् ऐतिहासिक स्थल है। कौसानी से महज 17 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बैजनाथ गोमती नदी के तट पर स्थित है। पर्यटकों के लिए यहां का सर्वाधिक आकर्षण का केन्द्र 12वीं सदी में निर्मित शिव, गणेश, पार्वती, चंडिका, कुबेर, सूर्य मंदिर हैं। यहां पत्थर के बने हुए कई मन्दिर हैं, जिनमें मुख्य मन्दिर भगवान शिव का है।
3. चंडिका मंदिर | Chandika Temple -
उत्तराखंड के बागेश्वर जिले के भीलेश्वर पहाड़ी पर स्थित माता चंडिका को बागेश्वर की नगरदेवी का दर्जा प्राप्त है। माता चंडिका को चंद शासकों के कुल पुरोहित पांडेय वंशजों ने चंपावत से यहां लाकर स्थापित किया था। वर्ष भर जिले के भक्तजन माता के दरबार में आकर पूूजा करते हैं। शारदीय और चैत्र नवरात्र में मंदिर में भक्त अधिक संख्या में आते हैं। इस दौरान भजन-कीर्तन कर मां चंडिका की आराधना की जाती है।
4. विजयपुर | Vijaypur -
विजयपुर उत्तराखंड राज्य के बागेश्वर जिले में स्थित एक पर्यटक स्थल है। यह बागेश्वर-चौकोड़ी राजमार्ग पर बागेश्वर से 30 किमी और कांडा से 5 किमी की दूरी पर घने देवदार के जंगलों के मध्य स्थित है। यह 2050 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, और बर्फ से ढकी हिमालय की चोटियों, जैसे त्रिशूल, नंदा देवी और नंदा कोट इत्यादि के मनोरम दृश्यों के लिए जाना जाता है। विजयपुर में स्थित धौलीनाग मंदिर कुमाऊँ के प्रसिद्ध नाग मंदिरों में से एक है। बेणीनाग, कालीनाग, फेणीनाग, बासुकीनाग, पिंगलनाग और हरीनाग अन्य प्रसिद्ध मंदिर हैं।
5. कांडा | Kanda -
यह खूबसूरत जगह प्रकृति प्रेमियों के लिए एक बढिया विकल्प है और यह बागेश्वर से 25 किलोमीटर दूर स्थित है। एक प्राचीन भद्रकाली मंदिर कांडा के बहुत करीब स्थित है। सुंदर हिल स्टेशन और शांति का घर (शांतिनिकेतन) कांडा समुद्र से 1500-1900 मीटर की उचाई पर स्थित है। सुंदर पहाड़ों और सीढ़ीदार क्षेत्रों से घिरा यह स्थानीय लोगों और पर्यटकों को एक जैसा एहसास करता है। स्थानीय लोगों और पर्यटकों ने यहां सुंदरता की सराहना की और शुद्ध हवा और स्वस्थ वातावरण से लाभ उठाया। पुराने निवासियों के अनुसार यहाँ एक बार कन्याल नामक स्थानीय जाति का रहवास था। कांडा का नाम इस जाति के नाम पर है। कांडा की पहाड़ियाँ विदेशी पर्यटकों के लिए बहुत ही आकर्षक हैं, और अक्सर यहाँ की तुलना स्विस आल्प्स के साथ की जाती हैं।
6. सुंदर गंगा ट्रेक | Sundar Ganga Trek
बागेश्वर से 36 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सुन्दर गंगा ट्रेक बागेश्वर का एक बहुत ही लोकप्रिय स्थान है। वैली ऑफ़ ब्यूटीफुल स्टोन्स के नाम से भी सुन्दर गंगा ट्रेक को भी जाना जाता है। इस ट्रेक मार्ग की लम्बाई लगभग 54 किलोमीटर है जोकि पर्यटकों को बहुत ही ज्यादा पसंद आने वाली जगह है।
7. बिगुल | Bigul -
बिगुल एक सुंदर छिपा हुआ गांव है, जो हिमालय का एक शानदार दृश्य प्रस्तुत करता है। राजसी नंदा देवी से लेकर भव्य पंचचुली चोटियों तक। 2,000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, बिगुल का नन्हा सा गांव देवदार के पेड़ों के रूप में हरी-भरी हरियाली से आच्छादित है।
8. पांडु स्थल ट्रेक | Pandu Sthal Trek -
कौरवों और पांडवों के बीच हुए युद्ध का साक्षी पांडू स्थल बागेश्वर के सबसे सुन्दर दृश्यों में से एक है। इस स्थान पर सुन्दर ग्लेशियरों का नजारा बहुत ही अद्भुत होता है। पर्यटक यहाँ ट्रेकिंग के लिए आते है और इस ट्रेकिंग की लम्बाई लगभग 15 किलोमीटर है। ट्रेकिंग के साथ हिमालय के इस शानदार दृश्य का नजारा देखना बहुत ही अच्छा अनुभव होता हैं।
9. कौसानी | Kausani -
कौसानी समुद्र तल से 6075 फीट की ऊंचाई पर बसा कौसानी एक खूबसूरत पर्वतीय पर्यटक स्थल है। जो कि बागेश्वर जिले में स्थित हैं। विशाल हिमालय के अलावा यहां से नंदाकोट, त्रिशूल और नंदा देवी पर्वत का भव्य नजारा देखने को मिलता है। यह पर्वतीय शहर चीड़ के घने पेड़ों के बीच एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है और यहां से सोमेश्वर, गरुड़ और बैजनाथ कत्यूरी की सुंदर घाटियों का अद्भुत नजारा देखने को मिलता हैं।
10. नौलिंग मंदिर | Nauling Temple -
बागेश्वर से करीब 65 किमी दूर सनगाड़ गांव ( Nauling temple Sangar village) में, श्री 1008 नौलिंग देवता का भव्य एवं आकर्षक मंदिर है। नौलिंग मंदिर , बागेश्वर जिले के कपकोट क्षेत्र में आता है और आसपास के लोगों के लिए अपार श्रद्धा का केंद्र है। नवरात्र पर इस मंदिर में जोरदार मेला लगता है। इसे “नवमी मेला” कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि नौलिंग देव के डंगरिए अवतरित होकर भक्तों को अपने पास बुलाते हैं और उनके कष्टों को दूर करते हैं। ऐसी मान्यता है की नौलिंग देवता लोगों को इच्छित वर देते हैं तथा फसल को ओलावृष्टि से बचाते हैं।
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