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गर्मियों में घूमने के लिए उत्तराखंड के बेस्ट हिलस्टेशन

गर्मियों में घूमने के लिए उत्तराखंड के बेस्ट हिलस्टेशन 


नमस्कार दोस्तों स्वागत है, आपका हमारे जय उत्तराखंडी समुदाय में आज हम आपको अपनी इस पोस्ट में उत्तराखंड में गर्मियों में घूमने के लिए उत्तराखंड के बेस्ट हिलस्टेशन के बारे में बताएंगे।

दोस्तों अगर आप गर्मियों में उत्तराखंड घूमने आना चाहते हो तो इन हिलस्टेशन में जरूर घूमना।

1. नैनीताल-


उत्तराखण्ड में स्थित नैनीताल भारत के सबसे लोकप्रिय हिल स्टेशनों में से एक है। यह नगर अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। नगर के बीचों-बीच नैनी झील है, जिसके नाम पर ही इस नगर का नाम नैनीताल रखा गया है। नैनीताल हिमालय की कुमाऊँ पहाडि़यों की तलहटी में स्थित है। समुद्र तल से नैनीताल की कुल ऊंचाई लगभग 1938 मीटर (6358 फुट) है। नैनीताल की घाटी में नाशपाती के आकार की एक झील है जो नैनी झील के नाम से जानी जाती है। यह झील चारों ओर से पहाड़ों से घिरी है तथा इसकी कुल परिधि लगभग दो मील है।

2. मसूरी-


देहरादून से 38 किलोमीटर दूर मसूरी अपनी हरी पहाड़ियों और विविध वनस्पतियों और जीवों के साथ, एक आकर्षक हिल स्टेशन है। यह उत्तर-पूर्व में हिमालयी बर्फ पर्वतमाला और दून वैली का एक अद्भुत नजारा पेश करता है, पर्यटकों के लिए लगभग शांत वातावरण बनाने के लिए, रुड़की, सहारनपुर और हरिद्वार के दक्षिण में। मसूरी की तलाश 1827 में एक साहसी सैन्य अधिकारी कप्तान यंग ने की। वह असाधारण सुंदर रिज द्वारा लुभाया गया था और इसके आधार की स्थापना की थी। मसूरी “गंगोत्री” और “यमुनोत्री” मंदिरों के लिए एक गेटवे भी है।

3. औली-


भारत का मिनी स्विट्जरलैंड "औली" हर समय एक अलग रंग में खूबसूरती बिखेरता हुआ नजर आता है। औली भारत के पसंदीदा हिमालयी स्थलों में से एक है।औली उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र के चमोली जिले में स्थित है। इसकी ऊँचाई समुद्र तल से 3,000 मीटर है।यहाँ से कई पर्वत श्रृंखलाएँ दिखती हैं। इसके अलावा यहाँ कई प्रकार की एडवेंचर्स एक्टिविटीज़ भी होती हैं। इसे भारत के सबसे अच्छे स्कीइंग स्थलों में से एक माना जाता है।

4. लैंसडाउन-


लैंसडाउन (Lansdowne) भारत के राज्य उत्तराखंड (Uttarakhand) में पौड़ी गढ़वाल जिले (Pauri Garhwal) का एक शहर है। यह उत्तराखंड में कोटद्वार-पौरी रोड पर 45 किमी दूर, 1,780 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक हिल स्टेशन है। यह दिल्ली का निकटतम हिल स्टेशन है और यहां सड़क या ट्रेन से पहुंचा जा सकता है, सबसे नजदीक रेलवे स्टेशन केवल 370 मीटर की ऊंचाई पर स्थित 44 किमी की दूरी पर कोटद्वार है। दिल्ली से इसकी ड्राइव काफी खड़ी और सुंदर है।

5. कौसानी-


कौसानी उत्तराखंड के कुमाऊं मण्डल के बागेश्वर जिले की गरुड़ तहसील में स्थित एक हिल स्टेशन है, हिमालय की खूबसूरती के दर्शन कराता कौसानी पिंगनाथ चोटी पर बसा है। यहां से बर्फ से ढके नंदा देवी पर्वत की चोटी का नजारा बड़ा भव्‍य दिखाई देता है। कोसी और गोमती नदियों के बीच बसा कौसानी भारत का स्विट्जरलैंड कहलाता है, यही वजह है कि यहां के खूबसूरत प्राकृतिक नजारे, खेल और धार्मिक स्‍थल पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।

6. धनौल्टी-


मसूरी से 62 किमी की दूरी पर मौजूद, धनौल्टी उत्तराखंड का एक छोटा शहर है। ये पहाड़ी जगह समुद्र तल से करीब 2200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, एक ऑफबीट टूरिस्ट प्लेस के रूप में भी जानी जाती है। इस हिल स्टेशन पर आने के बाद लोगों को एक अलग ही शांति का एहसास होता है। शहर के शोर-शराबे से दूर अक्सर लोग यहां घूमने-फिरने के लिए आते रहते हैं। अगर आप भी गर्मी से छुटकारा पाने के लिए प्रकृति के बीच में कुछ अच्छा समय बिताना चाहते हैं, तो आज से ही इस जगह पर घूमने की प्लानिंग शुरू कर दें। इस ट्रिप में ज्यादा से ज्यादा 2 से 3 दिन का समय लगेगा, जिसे आप आने वाले लॉन्ग वीकेंड पर भी प्लान कर सकते हैं।

7. चकराता-


चकराता अपने शांत वातावरण और प्रदूषण मुक्त पर्यावरण के लिए जाना जाता है। यह नगर देहरादून 98 किलोमीटर दूर है। चकराता प्रकृति प्रेमियों और ट्रैकिंग में रुचि लेने वालों के लिए एकदम उपयुक्त स्थान है। यहाँ के सदाबहार शंकुवनों में दूर तक पैदल चलने का अपना ही मजा है। चकराता में दूर-दूर फैले घने जंगलों में जौनसारी जनजाति के आकर्षक गांव हैं। यह नगर उत्तर पश्चिम उत्तराखंड के जौनसर बावर क्षेत्र के अंतर्गत आता है। चकराता का स्थापना कर्नल ह्यूम और उनके सहयोगी अधिकारियों ने की थी। उनका सम्बंध ब्रिटिश सेना के 55 रेजिमेंट से था।

8. मुनस्यारी-


मुनस्यारी उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में स्थित एक छोटा सा हिल स्‍टेशन है, जिसकी प्राकृतिक सुंदरता देखते ही बनती है। ऊंचे पहाड़ और चोटियों के सुंदर नजारों के कारण इसे मिनी कश्‍मीर कहा जाता है। ट्रेकिंग ट्रेल्स के लिए भी यह जगह काफी मशहूर है। लेकिन इसके आसपास घूमने वाली कई ऐसी जगह हैं, जहां आप छुट्टियां मनाने जा सकते हैं। मुनस्यारी हिमालय की गोद मे बसा है और यहां से पंचाचूली पर्वत का विहंगम नजारा हमेशा देखा जा सकता है, मुनस्यारी में ही ट्रैकिंग के लिए मशहूर खलिया टॉप है, जहां से विभिन्न हिमालय श्रंखला देखी जा सकती है। यहां पहुंचने के लिए सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम हल्द्वानी है, जहां से टैक्सी की मदद से मुनस्यारी आसानी से पहुंचा जा सकता है, जिसकी दूरी 280 किलोमीटर है, सर्दियों में मुनस्यारी किसी जन्नत से कम नहीं लगता है। यहां ऊंची पहाड़ियां तो बर्फ से ढकी ही रहती हैं साथ ही पूरा मुनस्यारी बाजार भी बर्फ की चादर ओढ़ लेता है।

9. मुक्तेश्वर-


मुक्तेश्वर भारत में उत्तराखंड के नैनीताल जिले में एक बेहद ही शानदार जगह है। ये हिल स्टेशन 2171 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, आपको बता दें, ये जगह नैनीताल से 51 किमी, हल्द्वानी से 72 किमी और दिल्ली से 343 किमी की ऊंचाई पर मौजूद है। कुमाऊं में बसा मुक्तेश्वर सुंदर घाटियों से घिरा हुआ है। मुक्तेश्वर का नाम शिव के एक 350 साल पुराने मंदिर से मिलता है, जिसे मुक्तेश्वर धाम के नाम से जाना जाता है। मुक्तेश्वर अपनी एक्टिविटीज के लिए भी जाना जाता है, यहां आप रॉक क्लाइम्बिंग और रैपलिंग का भी मजा ले सकते हैं। अगर आप मुक्तेश्वर जाने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो चलिए हम आपको यहां की कुछ शानदार जगहों के बारे में बताते हैं।

10. फूलों की घाटी-


 फूलों की घाटी भारत के राज्य उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल के चमोली जिले में स्थित है, फूलों की घाटी का जन्म पिंडर से हुआ है जिसे पिंडर घाटी या (pinder valley) भी कहते हैं हिमालय की गोद में है फूलों की घाटी नेशनल पार्क एक भारतीय राष्ट्रीय उद्यान है, जो उत्तराखंड राज्य में उत्तरी चमोली में स्थित है, और यह स्थानिक अल्पाइन फूलों और वनस्पतियों की विविधता के लिए जाना जाता है। यह समृद्ध विविधता वाला क्षेत्र दुर्लभ और लुप्तप्राय जानवरों का घर भी है, जिसमें एशियाई काले भालू, हिम तेंदुआ, कस्तूरी मृग, भूरे भालू, लाल लोमड़ी और नीली भेड़ शामिल हैं। पार्क में पाए जाने वाले पक्षियों में हिमालयन मोनाल तीतर और अन्य उच्च ऊंचाई वाले पक्षी शामिल हैं। समुद्र तल से 3352 से 3658 मीटर की ऊँचाई पर, फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान की कोमल परिदृश्य पूर्व में नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान के बीहड़ पहाड़ जंगल का पूरक है।साथ में, वे ज़ांस्कर और महान हिमालय की पर्वत श्रृंखलाओं के बीच एक अद्वितीय संक्रमण क्षेत्र को शामिल करते हैं। पार्क 87.50 किमी 2 के विस्तार में फैला है और यह लगभग 8 किमी लंबा और 2 किमी चौड़ा है।

उम्मीद करते है, कि आपको हमारी यें पोस्ट पसन्द आयी होगी।

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