शिव समा रहे भजन लिरिक्स |बाबा हंसराज रघुवंशी प्रोडूसड बी भोलेनाथ सॉन्ग : शिव समा रहे सिंगर/कम्पोज़र : हंसराज रघुवंशी ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय, शिव समा रहे मुझमें, और मैं शून्य हो रहा हूँ, शिव समा रहे मुझमें, और मैं शून्य हो रहा हूँ, क्रोध को, लोभ को, क्रोध को, लोभ को, मैं भस्म कर रहा हूँ, शिव समा रहे मुझमें, और मैं शून्य हो रहा हूँ, ॐ नमः शिवाय, शिव समा रहे मुझमें, और मैं शून्य हो रहा हूँ, ॐ नमः शिवाय, ब्रह्ममुरारि सुरार्चित लिंगं निर्मलभासित शोभित लिंगम् । जन्मज दुःख विनाशक लिंगं तत्-प्रणमामि सदाशिव लिंगम् ब्रह्ममुरारि सुरार्चित लिंगं निर्मलभासित शोभित लिंगम् । जन्मज दुःख विनाशक लिंगं तत्-प्रणमामि सदाशिव लिंगम् तेरी बनाई दुनिया में कोई तुझसा मिला नही, मैं तो भटका दरबदर कोई किनारा मिला नही, जितना पास तुझको पाया उतना खुद से दूर जा रहा हूँ, शिव समा रहे मुझमें, और मैं शून्य हो रहा हूँ, ...